जैसा कि आप सभी को पता है कि गणतंत्र दिवस पर किसी न किसी विदेशी राष्ट्रीय अध्यक्ष को बुलाया जाता है इस साल के मुख्य अतिथि के रूप में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) 75वाँ गणतंत्र दिवस की परेड में मुख्य अतिथि के रूप में भारत आए, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर-शोर से स्वागत किया पीएम नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ने एक दूसरे को गले मिलकर एक दूसरे को बधाई दी
कौन है गणतंत्र दिवस के प्रथम मुख्य अतिथि ?
जैसा कि आप सभी को पता है कि मेरा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ यही वह दिन था जब भारत को ब्रिटिश हुकूमत से स्वतंत्रत घोषित किया गया और नियंत्रण सत्ता की चाबी हमारे देश के नेताओं को सौंप दी गई देश आजाद होने के बाद पहली परेड 26 जनवरी 1950 को आयोजित की गई यह देश का पहला गणतंत्र दिवस था जिसमें इंडोनेशियाई राष्ट्रपति के सुकुन्ना तत्कालीन इंडोनेशियाई राष्ट्रपति को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया जब भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू थे और राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद थे
कैसे होता है मुख्य अतिथि का चयन ?
जैसे कि आप को पता है कि गणतंत्र दिवस पर किसी न किसी मुख्य अतिथि के रूप में बुलाना भारत की परंपरा रही है इसका निर्धारण विदेश मंत्रालय करता है भी देश के राष्ट्रपति के प्रधानमंत्री को मुख्य अतिथि के रूप में चुना जाता है उस देश के साथ में भारत के कैसे संबंध है उसको भी देखा जाता है यह सारा कुछ कंप्लीट होने के बाद में विदेश मंत्रालय इस फाइल को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की सलाह के लिए भेज देता है इस प्रक्रिया में लगभग 6 महीने का समय लग जाता है
26 (जनवरी गणतंत्र दिवस) और 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) में खास क्या है अंतर-👍
स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ हुआ था इस समय ब्रिटिश हुकूमत का झंडा ऊपर से नीचे को उतारा गया था और इस समय हमारा भारतीय झंडा ऊपर लगाया गया था स्वतंत्रता दिवस को ध्वजारोहण कहते हैं और स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री झंडा रोहण करते हैं इसका आयोजन दिल्ली में लाल किले पर किया जाता है
गणतंत्र दिवस जैसा कि आप सभी को पता है कि इस दिन को हम गणतंत्र दिवस के रूप में भी मानते हैं हमारा संविधान 26 नवंबर 1949 को बंद कर तैयार हो गया था लेकिन 26 जनवरी 1950 को पूर्ण तरीके से लागू हुआ भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने सर्वप्रथम झंडा फहराया इसका आयोजन दिल्ली (राजपथ) पर किया जाता है इसी दिन हमने अंग्रेजों के कानून को हटाकर अपना संविधान अपनाया था
भारतीय संविधान के बारे में:-
भारतीय संविधान और प्रारूप समिति के के अध्यक्ष डॉक्टर भीमराव अंबेडकरको संविधान का जनक माना जाता है भारतीय संविधान बनने में2 वर्ष 11 मा 18 दिन का समय लगा भारतीय संविधान एक लिखित संविधान है भारतीय संविधान को 26 नवंबर 1949 को बंद कर तैयार हो गया था और 26 जनवरी 1950 को पूर्ण रूप से लागू किया गयाभारतीय संविधान मेंकई महिलाओं का भी योगदान रहा जिसमें कुल 15 महिलाएं शामिल थी सरोजिनी नायडू जो भारत की पहली महिला राज्यपाल बनी बनी थी इसके पहले वह भारतीय संविधान बनाने वाली सभा का हिस्सा रह चुकी थी सरोजिनी नायडू ने सदैव महिलाओं के अधिकार के लिए आवाज उठाई